भारत विपक्ष एकजुट: मणिपुर संघर्ष के बीच अविश्वास प्रस्ताव से मोदी सरकार को खतरा

भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन (INDIA) ब्लॉक में विपक्षी दलों ने मणिपुर में संघर्ष के जवाब में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।

कांग्रेस और भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) ने पीएम मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया है।

Fill in लोकसभा अध्यक्ष ने प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया, जिससे एक महत्वपूर्ण बहस का मंच तैयार हो गया।text

गौरव गोगोई (कांग्रेस) और नागेश्वर राव (बीआरएस) ने अलग-अलग अविश्वास प्रस्ताव नोटिस जमा किया।

अविश्वास प्रस्ताव के निहितार्थ भारत के राजनीतिक परिदृश्य तक फैले हुए हैं।

अविश्वास प्रस्ताव प्रस्तुत करने के बाद, अध्यक्ष यह निर्धारित करता है कि प्रस्ताव को बहस के लिए स्वीकार किया जाए या नहीं।

अविश्वास प्रस्ताव पर बहस एवं मतदान प्रक्रिया स्पष्ट की गई।

परिणाम: प्रस्ताव पारित होने पर सरकार का इस्तीफा; यदि प्रस्ताव गिर जाता है तो सत्ता में बने रहेंगे।

ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य: लोकसभा में पिछले अविश्वास प्रस्तावों पर एक नजर।

मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ भारत का एकजुट रुख।