26 जनवरी पर निबंध

26 जनवरी पर निबंध कैसे लिखें – गणतंत्र दिवस पर निबंध

आज के इस आर्टिकल में हम 26 जनवरी पर निबंध कैसे लिखें की जानकारी पढ़ने वाले हैं यदि आप 26 जनवरी पर निबंध की जानकारी जानना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़िए।

26 जनवरी भारत का राष्टीय पर्व है जिसे गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन हमारा संविधान लागू हुआ था ये तो आप जानते ही होंगे। भारत के लोग इस त्यौहार को उत्साह और सम्मान के साथ मनाते है।

राष्ट्रीय पर्व होने के कारण इस पर्व को सभी धर्म और जाति के लोग मनाते है। गणतंत्र दिवस २६ जनवरी में इसलिए मनाया जाता है क्योंकि 1930 में इसी दिन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने भारत को पूर्ण स्वराज घोषित किया था

२६ जनवरी भारत के तीन राष्ट्रीय अवकाश में से एक है। २६ जनवरी को परेड आती है तो हम सब टीवी देखते है।

 इतिहास :

आजादी के बाद एक ड्राफ्टिंग कमेटी को 28 अगस्त 1947 की मीटिंग में भारत के स्थायी संविधान का प्रारूप तैयार करने को कहा, 4 नवम्बर 1947 को अंबेडकर की अध्यक्षता में भारतीय संविधान के प्रारूप को सदन में रखा गया था और २ वर्ष 11 महीने और 18 दिन में संविधान बन गया आखिरकार २६ जनवरी १९५० को लागू किया। साथ ही पूर्णं स्वराज की प्रतिज्ञा का भी सम्मान हुआ था

गणतंत्र दिवस पर कौन सी परेड होती है ?

26 जनवरी का समारोह भारत की राजधानी दिल्ली में मनाया जाता है। देश के अलग – अलग हिस्से से लोग समारोह की शोभा देखने के लिए आते हैं।

 हमारे सुरक्षा प्रहरी परेड निकाल कर, अपनी आधुनिक सैन्य क्षमता का प्रदर्शन करते हैं। परेड विजय चौक से होकर राजपथ और दिल्ली के अनेक क्षेत्रों से गुजरती हुई लाल किले पर जाकर खत्म हो जाती है।

परेड शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री अमर जवान ज्योति पर शहीदों को श्रद्धांजलि देते है। राष्ट्रपति अपने अंगरक्षकों के साथ 14 घोड़े की बग्घी में बैठकर इंडिया गेट पर आते है, जहाँ पर प्रधानमंत्री उनका स्वागत करते हैं।

राष्ट्रीय धुन के साथ ध्वजारोहण करते हैं और उन्हें 21 तोपों की सलामी दी जाती है और हवाई जहाजों द्वारा फूलों की बारिश की जाती है। आकाश में तिरंगे गुब्बारे छोड़े जाते हैं। तीनों सेनाओं की टुकड़ियां, बैंड की धुनों पर मार्च करती हैं।

पुलिस के जवान, विभिन्न प्रकार के शस्त्रों, मिसाइलों और वायुयान का प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रपति को सलामी देते हैं।

सैनिकों का सीना तानकर अपनी साफ-सुथरी वेशभूषा में कदम से कदम मिलाकर चलने का दृश्य बड़ा प्यारा होता है। स्कूल, कॉलेज की बच्चे, एन.सी.सी. की वेशभूषा में सुसज्जित कदम से कदम मिलाकर देश की आन ,बान, शान बढ़ाते है।

अलग – अलग राज्यों की झांकियां वहाँ के सांस्कृतिक जीवन, वेशभूषा, रीति-रिवाजों, औद्योगिक तथा सामाजिक क्षेत्र में आये परिवर्तनों का चित्र दिखती हैं। बहादुर बच्चे जीप पर सवार होकर बहुत खुश दिखाई देते है । गणतंत्र दिवस की शाम पर राष्ट्रपति भवन, संसद भवन तथा अन्य सरकारी कार्यालयों पर रोशनी की जाती है।

स्कूल में गणतंत्र दिवस :

इस दिन स्कूल-कॉलेजों में भी बच्चे परेड, नाटक, भाषण, नृत्य, गायन, निबंध लेखन, स्वतंत्रता सेनानियों के किरदार निभा कर आदि, द्वारा इस उत्सव को मनाते है।

इस दिन स्कूल में अपने देश को शांतिपूर्ण और विकसित बनाने के लिये शपथ लेते है। हर विद्यार्थी मिठाई और नमकीन लेकर खुशी-खुशी अपने घर को जाते है।

महत्व:

जैसा की आप जानते है हजारों-लाखों लोगों की कुर्बानियों के बाद हमारा देश को आजादी मिली और फिर हमारा देश गणतंत्र बना ।

आजादी  हमें भीख में नहीं दी गई कई लोग ने अपनी जान गँवाई है। महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, बाल गंगाधर तिलक, भगत सिंह, सुभाष चंद्र बोस जैसे नेताओं ने जान की बाजी लगा दी ।

हमारा गणतंत्र इन्हीं जीवन-मूल्यों पर आधारित है और हमें उनकी रक्षा करनी चाहिए ।

समय, व्यक्ति की गरिमा, धर्मनिरपेक्षता गणतंत्र के मूल तत्व हैं । यह पर्व हमारे अंदर आत्मगौरव जगाता है तथा हमें पूर्ण स्वतंत्रता की अनुभूति कराता है यही कारण है कि इस दिन को पूरे देश भर में इतने धूम-धाम तथा हर्ष के साथ मनाया जाता है।

गणतंत्र दिवस का यह पर्व हम सबके लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि ये वो दिन है जो हमें संविधान का महत्व समझाता है।

 15 अगस्त 1947 को देश स्वतंत्र हो गया था फिर भी पूर्ण रूप से देश स्वतंत्र 26 जनवरी 1950 को हुआ क्योंकि यह वह दिन था जब हमारे देश का संविधान प्रभावी हुआ था।

निष्कर्ष :

इस दिन सभी को ये वादा करना चाहिये कि वो अपने देश के संविधान की सुरक्षा करेंगे और शांति को बनाए रखें, साथ ही देश के विकास में मदद करेंगे।

26 जनवरी का यह दिन हमारे देश के लिए एकगौरवपूर्ण दिन है इसलिए हमें पूरे सम्मान एवं जोश के साथ इस पर्व को मनाना चाहिए।

आओ तिरंगा लहराये, आओ तिरंगा फहराये,
अपना गणतन्त्र दिवस है आया, झूमे, नाचे, ख़ुशी मनाये।
आप सभी को २६ जनवरी की हार्दिक शुभकामनाए !

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अंतिम शब्द :

आशा करता हूँ की आपको 26 जनवरी पर निबंध कैसे लिखें जानकारी सही लगी होगी।

यदि सही लगे तो अपने दोस्तों में शेयर जरूर करें।

धन्यवाद

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