टीचर कैसे बनें

टीचर कैसे बनें, शिक्षा, योग्यता, सैलरी व कार्य

आज के इस आर्टिकल में हम टीचर कैसे बनें की जानकारी पढ़ने वाले हैं यदि आप टीचर की जानकारी जानना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़िए।

टीचर का दुनिया में महत्वपूर्ण स्थान होता हैं क्योंकि दुनियां में आया हुआ हर एक व्यक्ति भेष – भूषा का ज्ञान अपनी टीचर के माध्यम से ज्ञान प्राप्त करता है और आपकी टीचर द्वारा दिया गया ज्ञान आपके साथ रहता हैं।

टीचर किसी भी एक पटिकुलर विषय की नहीं होती पर इसका यह मतलब है कि जिससे हम कुछ भी सीखते है वह हमारी टीचर बन जाता हैं क्योंकि हर एक सिखाने वाला हमारा गुरू बन जाता हैं।

सब्जेक्ट टीचर क्या होती है ?

स्कूल मे टीचर एक ही पार्टीकुलर सब्जेक्ट के होते हैं और वह एक ही विषय को पढ़ा सकते है पर यह सिर्फ़ 6 class से होता है LKG से 5 कक्षा तक एक ही टीचर पढ़ाती हैं।

उनके अलग- अलग पीरिय नहीं लगते क्योकिं वे बच्चे छोटे होते हैं और उनको चीजों की पहचान करवाई जाती है जिस वजह से उन्हें उनके लेवल के अनुसार ही पढ़ाया जाता हैं।

टीचर के क्या कार्य होते है ?

Teacher के कार्य के कार्यों की बात करें तो विभिन्न प्रकार के होते हैं जैसे –

  • सभी बच्चो पर पढ़ते समय नज़र रखना।
  • किसी भी बच्चे को किसी भी तरह की परेशानी न हो उसका ध्यान रखना।
  • बच्चो को अच्छी और सही शिक्षा देना।
  • उनका पढ़ने में मन लगे उसके लिए विभिन्न प्रकार की एक्टिविटी का आयोजन करना।
  • बच्चो को पढ़ाने के लिए नए-नए तरीके ढूंढना।
  • बच्चो की पढ़ाई में आए उतार- चढ़ाव को उनके माता-पिता के साथ संपर्क करके उनसे बात करना आदि ये सब कार्य एक टीचर के होते हैं।

टीचर के प्रकार कितने होते है ?

Teacher के दो प्रकार होते है जेसे-

  1. प्राइमरी टीचर
  2. TGT   ( Trained Graduate Teacher)
  3. PGT ( Post Graduate Teacher )

टीचर बनने के लिए योग्यतायें :

प्राइमरी टीचर :

प्राइमरी टीचर बनने के लिए आपको किसी भी सब्जेक्ट में 50 % माक्स के साथ 4 साल का B.ed होना आवश्यक है इस पद की टीचर सिर्फ 1 से 5 तक की कक्षा के बच्चो को पढ़ा सकती है।

TGT ( Trained Graduate Teacher ) :

TGT टीचर बनने के लिए आपको ग्रैजुएशन मिनिमम 50%

माक्स के साथ पास करना होता हैं साथ साथ BED दो साल का होता हैं और आप किसी भी स्कूल में 6 से 10 क्लास के बच्चो को पढ़ा सकते है।

PGT। ( Post graduate टीचर) :

PGT टीचर बनने के लिए आपको पोस्ट ग्रेजुएशन करना होता हैं तथा एक साल का BED होता हैं तब आप किसी स्कूल में 11 से 12 तक की क्लास के बच्चो को पढ़ा सकते है।

टीचर बनने के लिए परिक्षा:

टीचर बनने के लिए कुछ टेस्ट को पास करना होता हैं जिसे हम TET के नाम से जानते हैं इस टेस्ट में दो तरह के टेस्ट होते है

  1. CTET-

सेंट्रल टीचर एजिब्लिटी टेस्ट, यह टैस्ट ऑल इंडिया टीचर के लिए होता है इस टेस्ट के माध्यम से आप कहीं भी टीचर के लिए अप्लाई कर सकते हैं।

  1. STET टीचर-

स्टैट टीचर एजिब्लिटी टेस्ट, यह टेस्ट स्टेट टीचर के लिए होता है इस टेस्ट से आप सिर्फ उसी स्टेट में ही अप्लाई कर सकते है।

सरकारी टीचर की सैलरी :

टीचर की सैलरी उनके पद के अनुसार होती है अगर आप प्राइमरी टीचर है तो आपकी सैलरी 15000 से 20000 तक होती है और आप TGT  टीचर है तो आपकी 20000 से 25000 तक सैलरी होती हैं और आप PGT टीचर है तो आपकी सैलरी 50000 से 70000 सैलरी मिलती है।

सरकारी टीचर का इंटरव्यू:

हाला की CTET तथा STET टीचर का टेस्ट के बाद आपकों किसी टैस्ट की ज़रूरत नहीं होती है परंतु सभी स्कूल के अपने अपने रूल होते है और आपका इंटरव्यू होता हैं।

सरकारी स्कूलों में टीचर की पैंशन :

सरकारी टीचर की पेंशन पूर्ण रूप से तब स्टार्ट होती है जब वह एक सरकारी टीचर बन जाती है।

और उनके कार्य अवधी खत्म होने पर वे रिटायर होते है तब उनको इतने साल काम करने के लिए बड़ी मोटी रकम और ज़िंदगी भर के लिए उनकी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए पैंशन राशी दी जाती है।

टीचर बनने के फ़ायदे:

  1. टीचर बनने से हमारा ज्ञान और भी बढ़ता है
  2. बोलने की क्षमता और ढंग में सुधार आता है।
  3. बच्चों के बीच रहने पर स्वास्थ अच्छा रहता है
  4. अमय सीमा बेहतरीन होती है।
  5. छुट्टी लेने पर किसी भी तरह की रोक टोक नही होती इसी तरह लाभ होता हैं एक टीचर बनने पर।शरीर से काम नहीं करना पढ़ता।

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अंतिम शब्द :

आशा करता हूँ की आपको टीचर कैसे बनें जानकारी सही लगी होगी।

यदि सही लगे तो अपने दोस्तों में शेयर जरूर करें। टीचर कैसे बनें से सम्बंधित को प्रश्न है तो हमें कमेंट करें।

धन्यवाद।

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